पैरों में दर्द और सूजन से राहत पाने के लिए तुरंत आजमाएं 5 घरेलू उपचार! मिलेगा आराम

Ayurvedic treatmentFoot Pain

पैरों में दर्द और सूजन से राहत पाने के लिए तुरंत आजमाएं 5 घरेलू उपचार! मिलेगा आराम

  • October 6, 2025

  • 441 Views

पैर हमारे शरीर का ऐसा अंग होता है, जो हमारे संपूर्ण शरीर के अंगों के भार को संभाल कर रखते हैं। आमतौर पैर उठने से लेकर चलने दौड़ने और खड़े होने तक हमारे दिनचर्या में एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका को निभाता है। दरअसल हमारे पैर में 26 हड्डियां होती है, जिनमें 100 से ज्यादा मांसपेशियां, लिगामेंट्स और टेंडन शामिल होते हैं, जिसकी वजह से आपका सही से चलना और फिरना होता है। ऐसे में, यदि आपके पैरों में सूजन होती है, तो यह कोई बड़ी बात नहीं है। लोगों के पैरों में सूजन का आना एक आम बात होती है, जिसके कई कारण हो सकते हैं, ब्लड सर्कुलेशन का ठीक से नहीं होना, किडनी से जुड़ी समस्याएं और हृदय संबंधी रोग आदि कई गंभीर बीमारियां शामिल हो सकती हैं। 

अक्सर कई लोगों के पैरों में हमेशा दर्द बना रहता है। आमतौर पर जब व्यक्ति के शरीर के निचले हिस्सों में, जैसे कि एड़ियों या टांगों में द्रव जमा हो जाता है, तो इस से प्रभावित स्थानों में सूजन और दर्द की समस्या पैदा हो जाती है। आमतौर पर इस को एडिमा कहा जाता है। इस समस्या के होने के कई कारण हो सकते जैसे, व्यक्ति का बहुत ज़्यादा वजन होना, बहुत लंबे समय तक खड़े रहना या फिर लंबी यात्रा करना आदि इसके आम कारणों में से एक है। 

अगर किसी कारण से आपके दर्द और सूजन की समस्या बहुत ज़्यादा बढ़ जाती है, तो इस से आपके चलने -फिरने में काफी परेशानी आ जाती है। आपको बता दें कि पैरों में होने वाले दर्द और सूजन के इलाज में घरेलू उपाय भी बहुत ज्यादा काम आते हैं, यह आपके पैरों के दर्द और सूजन से छुटकारा दिला सकते हैं। आइये इस लेख के माध्यम से जानते हैं, उन घरेलू उपचारों को जो पैरों में दर्द और सूजन से तुरंत राहत दिला सकते हैं। 

 

पैर में सूजन के कारण क्या है?

  1. व्यक्ति के ब्लड सर्कुलेशन का ठीक से नहीं होना
  2. पैर में चोट लगना या मोच का आना। 
  3. लंबे समय तक एक ही स्थिती में जैसे, खड़े रहना या बैठे रहना
  4. महिलाओं में प्रेगनेंसी के वक्त पैर में सूजन हो सकती है। 
  5. दवाओं के साइड इफेक्ट्स का होना। 
  6. किडनी से जुड़ी समस्याओं का होना। 
  7. हृदय संबंधी रोग का होना। 
  8. डीप वेन थ्रोम्बोसिस की समस्या होना। 

 

पैरों में दर्द और सूजन से राहत पाने के लिए 5 घरेलू उपचार

 

  1. गर्म पानी और नमक से सिकाई

आपको बता दें कि पैरों की गर्म पानी में सिकाई करने से पैरों को काफी आराम मिलता है और इससे पैरों में दर्द और सूजन की समस्या में काफी सुधार देखा जाता है। इसके उपयोग के लिए आप गर्म पानी में नमक को मिलाकर अपने पैरों को उसमें डिप करें, इससे सूजन को काफी राहत मिलेगी और इसके साथ ही आपका रक्त संचार भी बढ़ेगा। यह काफी फायदेमंद होता है, यह दर्द और सूजन को कम करने में मदद करता है। 

 

  1. सरसों का तेल और हल्दी से मालिश

सभी की रसोई में हल्दी का उपयोग खाना पकाने या किसी समस्या के दौरान किया जाता है। आमतौर पर हल्दी में कई तरह के गुण पाए जाते हैं, जो समस्या को अंदर से ठीक करने में मदद करते हैं। जब व्यक्ति के पैरों में दर्द और सूजन हो जाती है, तो इससे आपको काफी परेशानी होती है, इसके लिए, आप सरसों के तेल में हल्दी को पकाकर, उस से मालिश करने से पैरों के दर्द में काफी आराम मिलता है। आपको बता दें कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार हल्दी में कुर्कुमिन नामक एक प्राकृतिक तत्व होता है, जिस में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी माइक्रोबियल जैसे गुण होते हैं। इसलिए इसका उपयोग करने से पैरों में दर्द और सूजन को काफी आराम मिलता है। 

 

  1. आइस पैक

दरअसल आप अपने पैरों की सूजन को कम करने के लिए आइस पैक का इस्तेमाल कर सकते हैं, उस से आप अपने पैरों की सिकाई कर सकते हैं। अगर आपके पास आइस पैक बैग उपलब्ध नहीं है, तो आप इसके लिए एक प्लास्टिक के बैग में कुछ आइस क्यूब को डाल लें, इसके बाद इस प्लास्टिक बैग को हल्के तौलिये में लपेट लें, और फिर इसके बाद इस पैक को पांच से दस मिनट तक के लिए अपने पैरों में लगाएं, इस से आप काफी आराम महसूस करेंगे। ऐसा करने से आपके पैरों में दर्द कम होगा और सूजन से राहत मिलेगी। 

 

  1. हल्दी और दूध

हल्दी हमारी सेहत के लिए फायदेमंद होती है। दरअसल हल्दी में कुर्कुमिन नामक एक प्राकृतिक तत्व होता है, जिस में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी माइक्रोबियल जैसे गुण पाए जाते हैं, जो किसी भी दर्द को कम करने में सहायक होते हैं पैरों में दर्द और सूजन को कम करने के लिए इसका इस्तेमाल काफी फायदेमंद होता है। इसके लिए आप एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी पाउडर को मिलाएं और पियें। इसको पीने से आपके  पैरों में दर्द और सूजन में भी काफी सुधार होता है। आपको बता दें कि हल्दी और दूध का मिश्रण पैरों के दर्द में राहत प्रदान कर सकता है। 

 

  1. अदरक और लहसुन 

अदरक और लहसुन दोनों ही शरीर के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। आमतौर पर अदरक और लहसुन सभी की रसोई में पाए जाते हैं, इनका इस्तेमाल खाना बनाने और कई समस्याओं को ठीक करने के लिए किया जाता है। आपको बता दें कि अदरक और लहसुन में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर में होने वाले दर्द को कम करने में काफी मदद करते हैं। आप इनको अपने खाने में भी शामिल कर सकते हैं। इसकी दूसरी तरफ अदरक और लहसुन के रस को निकालकर और तेल के साथ मिलकर अपने पैरों पर लगा सकते हैं, यह आपको दर्द और सूजन से राहत दिला सकता है। 

निष्कर्ष : पैर हमारे शरीर के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं। यह संपूर्ण शरीर के अंगों के भार को उठाते हैं, तो इस वजह से पैरों में दर्द और सूजन का होना एक आम बात है। पैरों में दर्द ज्यादा होने पर व्यक्ति का चलना -फिरना मुश्किल हो जाता है। पैरों में दर्द अक्सर व्यक्ति का ज़्यादा वजन, बहुत लंबे समय तक खड़े रहने या लंबी यात्रा करने से होता है। अगर आपके लम्बे समय तक पैरों में सूजन बनी रहे, तो यह कई तरह की समस्याओं जैसे, ब्लड सर्कुलेशन का ठीक से नहीं होना, किडनी से जुड़ी समस्याएं और हृदय संबंधी रोग का होना आदि का संकेत हो सकता है। पैरों में दर्द और सूजन की समस्या होने पर कुछ घरेलू उपायों की तरफ भी ध्यान देना चाहिए। इससे बहुत जल्दी आराम मिल सकता है। अगर इन घरेलू उपचारों से भी सूजन और दर्द को राहत नहीं मिल रही है, तो आपको तुरंत किसी अच्छे डॉक्टर से मिलना चाहिए। अगर आपको भी पैरों में दर्द और सूजन की समस्या है और आप इसके इलाज के बारे में जानकारी लेना चाहते हैं, तो आप आज ही डॉ. वात्स्यायन संजीवनी आयुर्वेदशाला में जाकर अपनी अपॉइंटमेंट को बुक करवा सकते हैं और इसके विशेषज्ञों से इसके इलाज के बारे में जानकारी ले सकते हैं.

Ayurvedic treatment

इसबगोल के कब्ज, दस्त और बवासीर के इलाज में उपयोग, फायदे और नुकसान जानें आयुर्वेद की राय:

  • August 1, 2025

  • 1562 Views

आजकल की जीवनशैली में कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं आती है। आज के भागदौड़ भरे जीवन में अनियमित रोज की रूटीन, खराब खानपान, देर से सोना और देर से जागने की आदत, दिन भर एक ही जगह बैठकर घंटों कंप्यूटर के सामने काम करना आदि इस तरह की आदतें आपकी सेहत पर बुरा असर डालती हैं, जिसकी वजह से पाचन संबंधी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। कब्ज, दस्त, पेट में भारीपन होना, गैस और अपच जैसी समस्याएं बनना अब लोगों में आम होती जा रही हैं। खासतौर पर फाइबर की कमी की वजह से शरीर की पाचन प्रक्रिया प्रभावित होती है, आमतौर पर जिसमें मल त्याग की समस्या आती है। इस तरह की स्थिति में इसबगोल बहुत ही ज्यादा लाभकारी साबित हो  सकता है। यह एक प्रकार का प्राकृतिक फाइबर है, जो कि आमतौर पर प्लांटैगो ओवेटा नाम के पौधे के बीजों से मिलता है। आपको बता दें कि आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से कब्ज, दस्त, बवासीर और पाचन से जुड़ी और समस्याओं के समाधान के लिए किया जाता है। आइये जानते हैं इस लेख के माध्यम से कि इसबगोल के फायदे, नुकसान और इसके उपचार के बारे में। 

इसबगोल खाने से क्या फायदा होता है?

आयुर्वेदिक डॉक्टरों के मुताबिक पंजाब, सिंध और अन्य क्षेत्रों इसबगोल का पौधा पाया जाता है, और खासतौर पर इसकी भूसी का इस्तेमाल स्वास्थ्य लाभ के लिए किया जाता है। 

  • आपको बता दें कि इसबगोल का सबसे बड़ा फायदा है, कि यह कब्ज, दस्त, आंतों की समस्याओं और पेट के असंतुलन को सही  करने में मदद करता है। 
  • इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर होने की वजह से यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है। 
  • इसबगोल आंतों को भी साफ करने में मदद करता है। 
  • इसबगोल की भूसी शरीर में से टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद करती है। 
  • इसबगोल पेट को हल्का और साफ करने में मदद करती है। 
  • इसबगोल का सेवन आमतौर पर ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करने में सहायक होता है।
  • इसबगोल मोटापे को कम करने में सहायक होता है। 
  • इसबगोल का सेवन दिल के लिए फायदेमंद होता है। 
  • डायरिया के इलाज में भी इसबगोल फायदेमंद होता है। 
  • इसबगोल बवासीर और फिशर के इलाज में भी फायदेमंद होता है। 

अपने पेट साफ करने के लिए इसबगोल कैसे लें?

पेट की अच्छे तरीके से सफाई करने के लिए इसबगोल का सेवन बहुत ही ज्यादा उपयोगी है। इसको हमेशा पानी के साथ भिगोकर लिया जाता है। इसका सेवन इस तरह इस लिए किया जाता है क्योंकि इससे इसके फाइबर तत्व बेहतर तरीके से काम करते हैं। पेट को साफ़ करने के लिए सबसे पहले आप इसबगोल की भूसी को एक गिलास पानी में 5-10 ग्राम डालकर अच्छी तरह से मिला लें और फिर इसे पी लें। अगर आप इसको बिना भिगोए लेते हैं, तो यह आंतों में अवरोध पैदा कर सकता है। इसे पानी में डालकर पीते हैं तो यह पेट को पूरी तरह से साफ करता है और कब्ज की समस्या को दूर करने में मददगार साबित होता है। इसके अलावा इसबगोल का सेवन कब्ज की समस्या के दौरान पानी के अलावा दूध के साथ भी किया जा सकता है।

बवासीर के लिए इसबगोल का सेवन कैसे किया जाता है। 

इसबगोल आम तौर पर बवासीर के मरीजों के लिए भी फायदेमंद हो सकता है। जैसे की आपको पता है कि इसबगोल पेट को साफ करता है और कब्ज को भी दूर करने में मदद करता है, जिससे बवासीर के लक्षणों को राहत मिलती है। इसका सेवन करने के लिए सबसे पहले 5 ग्राम इसबगोल की भूसी को लें। फिर इसके बाद इसको पानी या दूध में डालें और इसको अच्छे से मिलाएं। मिलाने के बाद इसका सेवन करें। आम तोर पर यह बवासीर की स्थिति को बेहतर करता है। इसबगोल की भूसी आंतों को आराम देने में मदद करती है, जिसकी वजह से बवासीर के दर्द और सूजन में आराम मिलता है। अगर किसी व्यक्ति को बवासीर के साथ कोई गंभीर समस्या है तो उसको डॉक्टर से मिलना चाहिए। 

क्या इसबगोल को रोज लेना ठीक होता है?

अगर आप विशेष रूप से कब्ज या पाचन संबंधित समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो इसबगोल को रोजाना लेना बिलकुल ठीक होता है। यह शरीर में किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं करता है। इसबगोल का सेवन शरीर के लिए फायदेमंद ही होता है। अगर आप इसका सेवन रोज करते हो और फिर भी आपको समस्या बनी रहती है तो आप डॉक्टर से बात करें। अगर आप  इसका रोजाना सेवन करना चाहते हैं तो इसकी उचित मात्रा का ध्यान रखें। 5 से 10 ग्राम इसबगोल की भूसी एक दिन में काफी होती है। 

इसबगोल का सेवन किसको नहीं करना चाहिए

वैसे तो इसबगोल के बहुत से फायदे होते हैं, लेकिन कई लोग इसका सेवन नहीं कर सकते यहीं जैसे की, 

  • गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसबगोल का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना बहुत जरूरी होता है। 
  • इसके साथ बच्चों को भी इसबगोल की बहुत कम मात्रा देनी चाहिए। आम तोर पर यह बच्चों की उम्र और उनके स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। 
  • इसके अलावा इसबगोल का सेवन जिन लोगों को आंतों में सूजन, इंफ्लेमेशन या पेट में गंभीर समस्याएं (आंतों का कैंसर जैसी समस्याएं) होती हैं, उन लोगों को इसबगोल का सेवन करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लेनी चाहिए। 

 इसबगोल कितने दिन तक खाना चाहिए

आमतौर पर कितने दिनों तक इसबगोल का सेवन करना चाहिए यह आपकी समस्या की गंभीरता पर निर्भर करता है। नियमित रूप से इसबगोल का सेवन किया जा सकता है। 

  • अगर आपको कब्ज की समस्या है तो आप इसको सिर्फ कुछ दिनों तक ले सकते हैं, अगर यह समस्या आपके लगातार बनी रहती है तो आपको इसके बारे में डॉक्टर से सलाह करनी चाहिए।
  • आपको अगर पाचन संबंधी कोई गंभीर समस्याएं हैं, तो उनको इसबगोल को डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही लेना चाहिए।

इसबगोल का सेवन कब और कैसे करें?

इसबगोल के सेवन करने का सही तरीका यह है कि, इसका सेवन सुबह या रात में किया जा सकता है। आप इसको पानी, दूध या दही के साथ भी ले सकते हैं। पर इसबगोल का सेवन कभी भी सूखा नहीं करना चाहिए। इससे पेट की समस्या पैदा हो सकती है। 

इसबगोल खाने के नुकसान

  • इसबगोल का सेवन ज्यादा मात्रा में करने से पेट में ऐंठन की समस्या पैदा हो सकती है। 
  • अगर पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन न किया जाये है तो यह आंतों में रुकावट भी पैदा कर सकता है।

आखिर इसबगोल कौन-कौन सी बीमारी में काम आता है?

ज्यादातर इसबगोल का इस्तेमाल कब्ज, दस्त, बवासीर और आंतों के इंफ्लेमेशन जैसी समस्याओं को ठीक करने में काम आता है। 

निष्कर्ष : इसबगोल आम तौर पर कब्ज, दस्त, बवासीर और आंतों के इंफ्लेमेशन जैसी समस्याओं को दूर करने में फायदेमंद होता है। इसबगोल की भूसी में बहुत ज्यादा फाइबर मौजूद होता है, जो की कब्ज और दस्त जैसी समस्याओं को ही ठीक नहीं करता बल्कि हमारी आंतों की सफाई, मल को नियमित और पाचन क्रिया का संतुलन बनाए रखता है।  

इसका सेवन करते वक्त आपको कुछ सावधानियों, जैसे इसको हमेशा दूध या फिर पानी में भिगोकर ही लेना और पर्याप्त मात्रा में पानी को पीना आदि का ध्यान रखना बहुत ज्यादा जरूरी होता है। इसके अलावा अगर आपको गंभीर आंतों की समस्या है तो आपको पहले अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। अगर आपको भी ऐसी ही कोई समस्या है और आप  इसके इलाज के बारे में जानकारी लेना चाहते हैं, तो आप आज ही डॉ. वात्स्यायन संजीवनी आयुर्वेद शाला में जाकर अपनी अपॉइंटमेंट को बुक करवा सकते हैं, और इसके विशेषज्ञों से इसके बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।