आयुर्वेद में है सभी रोगों का बेहतरीन उपचार !

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आयुर्वेद में है सभी रोगों का बेहतरीन उपचार !

  • May 16, 2024

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आयुर्वेद की दवाइयां पुरातन समय से ही चलती आ रही है और लोगों का इस दवाई पर काफी यकीन भी होता है, शायद लोगों के यकीन की वजह से ही ये दवाई आज तक भी चलती आ रही है और लोगों पर इस दवाई का असर भी काफी अच्छा होता है। इसके अलावा इस दवाई का क्या फ़ायदा है और साथ ही क्या सभी प्रकार के रोगो का इसमें इलाज है या नहीं इसके बारे में भी बात करेंगे, तो शुरुआत करते है आर्टिकल की ;

आयुर्वेद की दवाइयां क्या है ?

  • आयुर्वेद में दवाइयां पुराने समय से ही चलती आ रही है और इस दवाई का असर लोगों पर काफी अच्छा भी होता है अगर लोग उस चीज पर यकीन करें तो।
  • तो वही आयुर्वेदिक दवाएं पौधों, जानवरों के अर्क और खनिजों पर आधारित हैं, दोनों एकल घटक दवाओं और यौगिक योगों में हैं, हालांकि, आयुर्वेद किसी भी पदार्थ को दवा के संभावित स्रोत के रूप में उपयोग करने से इंकार नहीं करता है।
  • तो वही आयुर्वेद में कहा जाता है कि इस धरती पर पाई जाने वाली हरेक जड़, पत्ता, पेड़ की छाल का औषधीय गुण जरूर है।

आयुर्वेद दवाइयों के बारे में और विस्तार से जानने के लिए बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर का चयन जरूर से करें।

आयुर्वेद में कौन-कौन सी बीमारियों की दवा मौजूद है ?

 आयुर्वेद में ये बात निर्भर करती है की व्यक्ति की बीमार कैसी है।

  • वही आयुर्वेद में व्यक्ति को किसी भी तरह की दवाई को खुद से नहीं लेना चाहिए बिना डॉक्टर के परामर्श से।
  • आयुर्वेद में डायबटीज, हाई ब्लड प्रेशर, पेट संबंधी हर तरह की बीमारियों का हल है।

अगर आप चाहे तो इन बीमारियों से संबंधित दवाइयां बेस्ट आयुर्वेदिक क्लिनिक से भी ले सकते है।

क्या आयुर्वेद में सभी बीमारियों की बेहतरीन दवाई है ?

  • आयुर्वेद में सभी बीमारियों की दवाई मौजूद है लेकिन हां अगर आपकी बीमारी ज्यादा जटिल है तो इसके लिए आपको एलोपैथी दवाई का चुनाव करना चाहिए।
  • दूसरी और आप एलोपैथी दवाई के साथ आयुर्वेद दवाई को भी जारी रख सकते है क्युकी अंग्रेजी दवाई आपकी बीमारी को मौजूदा हालात में सही कर देगी और साथ ही अगर आप आयुर्वेदिक दवाई का प्रयोग कर रहे है तो ये दवाई आपकी बीमारी का जड़ से खात्मा करने में काफी सहायक साबित होती है।

 आयुर्वेदिक दवाइयों को लेने का उचित समय क्या है ?

  • आयुर्वेदिक या अन्य किसी भी दवाई, को लेने के लिए पेट का ‘दिमाग की सही अवस्था’ में होना आवश्यक है।
  • इन दवाइयों को लेने की बात करे तो सूर्योदय के समय, दिन के समय भोजन करते समय, शाम के भोजन करते समय और रात में इन दवाओं को लेने का सही समय तय माना जाता है।
  • अगर आपने आयुर्वेदिक दवाई लेने की शुरुआत कर दी है तो जब तक इसका पूरा डोस ख़त्म न हो जाए तब तक इसको न छोड़े।

अगर आप भी आयुर्वेद के जरिये अपनी दवाई करवाने की शुरुआत करना चाहते है तो इसके लिए आपको उपरोक्त बातो का खास ध्यान रखना है और इसके उपचार के लिए आपको संजीवनी आयुर्वेदशाला क्लिनिक का चयन करना है। लेकिन ध्यान रहे किसी भी तरह की दवाई का सेवन खुद से ना करें।

निष्कर्ष :

दवाई चाहें आयुर्वेदिक हो या एलोपैथिक हो इसमें बस इस बात का ध्यान रखना है कि इसको प्रयोग में लेने से पहले डॉक्टर से जरूर सलाह ले।

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पेट में गैस ज्यादा बनती है तो इन आयुवेदिक चूर्ण से करें मिनटों में इलाज

  • April 30, 2024

  • 1175 Views

पेट हमारे शरीर में बहुत ही नाजुक हिस्सा माना जाता है, इसलिए कुछ भी खाने से पहले कई दफा सोचना जरूर चाहिए की हम जो खा रहें है उसका हमारे शरीर पर कोई बुरा प्रभाव तो नहीं पड़ेगा, वही पेट में किसी भी तरह की समस्या अगर उत्पन्न हो जाए तो कैसे हम इसको ठीक कर सकते है वो भी आयुर्वेदिक दवाइयों की मदद से तो आप भी अगर पेट में गैस या कब्ज की समस्या से परेशान रहते है तो इसके लिए आप आर्टिकल के साथ अंत तक बने रहें ;

 

पेट में एसिडिटी की समस्या क्या है ? 

  • जब हमारे द्वारा लगातार कुछ न कुछ अनहैल्दी खाया जाता है तो हमारे पेट में कब्ज या गैस की समस्या बन जाती है जिसके कारण हम काफी परेशान होते है। 
  • पेट में गैस की परेशानी होने पर काफी ज्यादा पेट दर्द, सीने में जलन, खट्टी डकार, सिर में दर्द जैसी परेशानी होने लगती है। 
  • वहीं कई बार इसके कारण आपको दूसरों के सामने शर्मिंदा भी होना पड़ सकता है। इसलिए ऐसी स्थिति से बचाव के लिए आप कुछ आयुर्वेदिक चूर्ण अपने साथ रख सकते है। 

पेट में एसिडिटी की समस्या से बचाव के लिए आप बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से भी जानकारी ले सकते है।

 

गैस या एसिडिटी की समस्या को ठीक करने की बेहतरीन आयुर्वेदिक दवा !

अगर आप भी पेट में बन रहें गैस की समस्या से परेशान रहते है तो इसके लिए आप निम्न आयुवेदिक दवाइयों को ध्यान में रखें ;

  • जिनमे से पहला है पुदीने की पत्तियों का चूर्ण, वही इस चूर्ण का सेवन करने से आप पेट में बन रहें गैस की समस्या से निजात पा सकते है। इस चूर्ण को बनाने की बात करें तो इसमें आप कुछ पुदीने की पत्तियों को सूखा ले और उन्हें पीस कर काले नमक के साथ लें, जिससे आपकी एसिडिटी की समस्या दूर हो जाएगी। 
  • अगर आपके पेट में काफी ज्यादा गैस बनती है, तो इस स्थिति में आप अजवाइन का चूर्ण बना सकते है। खासतौर पर इस चूर्ण को आप कहीं बाहर जा रहे है, तो ऐसी स्थिति में अपने साथ जरूर रखें। इसके लिए अजवाइन को हल्का सा भुन लें। अब इसमें थोड़ा सा काला नमक मिक्स करके इसे पीस लें। अब जब भी गैस की परेशानी महसूस हो तो इस चूर्ण का सेवन करें।
  • हींग और जीरे से बना चूर्ण भी आपके लिए काफी फायदेमंद माना जाता है, वही इस चूर्ण को बनाने की बात करें तो इसमें आप 2 चम्मच जीरा ले और इसे भून ले और इसमें  काला नमक जरूर डाले और फिर इसमें थोड़े से हींग को जरूर मिक्स करें। इतना करने के बाद आप इन को कूट ले और जब भी आपको एसिडिटी की समस्या मेहसूस हो तो इस चूर्ण को गरम पानी के साथ जरूर लें। 
  • अश्वगंधा या जिसे असगंध भी कहा जाता है। वही इसका चूर्ण भी पेट में गैस बनने की समस्या से राहत दिलवाने का रामबाण इलाज है। अश्वगंधा चूर्ण गैस बनने के साथ ही साथ सीने में जलन, गैस, अपच इत्यादि को भी दूर करता है। इसके लिए आप गर्म पानी के साथ इसका सेवन कर सकते है।

आप आयुर्वेदिक उपायों को बेस्ट आयुर्वेदिक क्लिनिक में जाकर भी डॉक्टरों की मदद से जान सकते है।

 

बेस्ट आयुर्वेदिक क्लिनिक !

अगर आप एसिडिटी या पेट में बन रहें गैस की समस्या से काफी परेशान रहते है, तो इसके लिए आप संजीवनी आयुर्वेदशाला क्लिनिक का भी चयन कर सकते है। 

 

निष्कर्ष :

उपरोक्त उपायों को अपनाने के बाद अगर आपके पेट में बन रहें गैस की समस्या न ठीक हो तो इसके लिए आप डॉक्टर के संपर्क में जरूर से आए क्युकी पेट अगर सही रहेगा तो व्यक्ति का संपूर्ण शरीर अपने आप ठीक रहेगा।