ठीक से फ्रेश न हो पाने या पेट की समस्या को ठीक करने के लिए आजमाए कुछ खास उपाय !

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ठीक से फ्रेश न हो पाने या पेट की समस्या को ठीक करने के लिए आजमाए कुछ खास उपाय !

  • July 20, 2023

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आयुर्वेदिक जिसका नाम शायद ही कोई होगा जिसने ना सुना हो और इसमें हर तरह की बीमारी का हल पुरातन समय से ही चलता आ रहा है। इसके अलावा पेट से जुडी जितनी भी समस्या है उसके बारे में भी आयुर्वेद में बेहतरीन इलाज है। वही पेट से जुडी समस्या से निजात पाने के लिए आप आज के आर्टिकल को अंत तक जरूर से पढ़े ;

 

ठीक से फ्रेश न हो पाने की वजह क्या है ?

  • जब हमारे द्वारा सही खान-पान का अच्छे से ध्यान नहीं दिया जाता है तो हमारे पेट में तरह-तरह की समस्या उत्पन्न  जाती है इसके अलावा पौष्टिक खाने के साथ हमारा पूरा शरीर जुड़ा होता है इसलिए जरूरी है कि हम इस बात का ध्यान रखें, की खाना संतुलित हो। 
  • जब हमारे द्वारा फ्रेश नहीं हुआ जाता हो हमारा पूरा दिन ख़राब हो जाता है और हमारा किसी भी काम में जी भी नहीं लगता। इसलिए जरूरी है की आप स्वास्थ्य खाने का सेवन करें, अपनी स्वास्थ्य जीवनशैली के लिए।

पेट या सुबह फ्रेश न हो पाने के हालात में आपको घबराना नहीं है, बल्कि समय रहते किसी बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर का चयन करना चाहिए।

 

पेट को स्वास्थ्य रखने के लिए किन बातों का रखे ध्यान ?

  • यदि आपको सुबह फ्रेश होना है या पेट से जुडी जितनी भी समस्या है इससे निपटने के लिए आयुर्वेद आपकी काफी मदद करेगा। 
  • इसके अलावा लिवर, किडनी, आंत हर दिन लगातार हमारे शरीर से वेस्ट प्रोडक्ट को प्राकृतिक रूप से बाहर निकालने का काम करती है। जिससे हमारा शरीर जल्द ही डिटॉक्स हो पाने में आसान हो जाता है। वही ये डिटॉक्स किन चीजों से होगा इसके बारे में हम निम्न में बात करेंगे।

 

सुबह ठीक से फ्रेश होने के उपाय !

  • दालचीनी और शहद से बना हुआ ड्रिंक आपको सुबह खाली पेट लेना चाहिए और ये आपको तब तक लेना है, जितने दिन तक आपको सुबह फ्रेश होने में दिक्तत का सामना करना पड़ता है। इन दोनों का मिश्रण शरीर को डिटॉक्स करने का एक अच्छा तरीका है। 
  • सुबह अच्छे से फ्रेश होने के लिए आपको पुदीना और खीरे से बने ड्रिंक का सेवन करना चाहिए, क्युकि ये ड्रिंक आपके हाजमे से जुडी समस्या का हल करता है। 
  • सुबह एक गिलास गर्म पानी में थोड़ा सा नमक लेकर पीने से भी आपके फ्रेश होने की संभावना बढ़ जाती है। 
  • दही और ईसबगोल की भूसी भी एक बेहतरीन पेट साफ़ करने की आयुर्वेदिक औषधि है इसके अलावा इसका सेवन करने से हम सुबह फ्रेश होने से लेकर पेट से जुडी हर तरह की समस्या से निजात पा सकते है।

यदि आप ठीक से फ्रेश होने के उपायों के बारे में और विस्तार से जानना चाहते है, तो इसके लिए आपको बेस्ट आयुर्वेदिक क्लिनिक के संपर्क में आना चाहिए।

सुझाव :

  • सुबह अच्छे से फ्रेश होना एक बेहतर ज़िन्दगी की शुरुआत करने का एक बेहतरीन उपाय है, वही बहुत से लोगों को ये नहीं पता होता की वो इन उपायों को कहा से जाने। इसके अलावा बता दे आपको की आपके पेट में किसी भी तरह की परेशानी है जिसका आप काफी दिनों से सामना कर रहें है या परेशानी सुबह फ्रेश होने से जुडी हुई ही क्यों ना, इन सब से बचाव के लिए आपको संजीवनी आयुर्वेदशाला क्लिनिक का चयन करना चाहिए। 

निष्कर्ष :

  • पेट में किसी भी तरह की समस्या आने पर आपको इसे नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए, बल्कि समय पर इसका उपचार करवाने के लिए किसी बेहतरीन डॉक्टर का चयन करें।

 

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जानिए 7 आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां कैसे माहवारी के दर्द में मददगार है ?

  • July 15, 2023

  • 745 Views

माहवारी जिसे पीरियड्स के नाम से भी जाना जाता है। वही हर महीने के पांच से छेह दिन महिलाओं के लिए बहुत दर्द भरा होता है। पर इस दर्द को आयुवेद की मदद से कम किया जा सकता है, वो भी बिना किसी नुकसान के। तो आज के आर्टिकल में हम प्रस्तुत करेंगे की कैसे आयुवेद माहवारी के दर्द व ऐंठन से महिलाओं को बाहर निकालने में मददगार साबित होगा ;

माहवारी से आप क्या समझते है?

  • पीरियड या माहवारी एक सामान्य प्राकृतिक जैविक प्रक्रिया है जिसमें आपके यूटेरस के अंदर से रक्त और ऊतक, वजाइना के द्वारा बाहर निकल जाते है। 
  • यह आमतौर पर महीने में एक बार होता है। लड़कियों के शरीर में पीरियड की शुरुआत होने का मतलब है कि उनका शरीर अपने आप को संभावित गर्भावस्था के लिए तैयार कर रहा है।
  • इसके अलावा पीरियड्स के दौरान आपका शरीर अपनी एनर्जी का अधिकांश हिस्‍सा एएमए (विषाक्त पदार्थों) को प्रजनन तंत्र से बाहर निकाल कर उसे साफ करने में इस्‍तेमाल करता है। जिससे नई रक्त कोशिकाएं इस नुकसान की भरपाई करने में मदद करती है। पर यह तभी संभव है जब आप अपने शरीर को पूरी तरह से आराम दें।

माहवारी में और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए इसके बारे में जानने के लिए बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करें।

माहवारी कितने दिन में आती है?

  • पीरियड्स की बात करें तो, ज्यादातर महिलाओं का मासिक चक्र नियमित होता है जो अनुमानत: हर 28 दिनों में आता है। 
  • वही जब पहला मासिक धर्म शुरू होता है तो अगला मासिक धर्म 3-6 सप्ताह के बीच कभी भी आ सकता है। और यह 21 या 40 दिनों तक चल सकता है।

माहवारी के दर्द को कम करने वाली आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां !

  • पहला आयुर्वेदिक उपचार है ‘अजवायन’, बता दे की माहवारी के दर्द और ऐंठन को कम करने में काफी मददगार है ये औषधि, बस इसमें आपको करना ये है की एक गिलास पानी में चुटकी भर अजवायन डालें और उसको उबालें, उबालने के बाद आप उसमे शहद डालें और दिन में दो से तीन बार जरूर से पीएं। 
  • माहवारी के दर्द से राहत दिलाने का पुराना नुस्‍खा है ‘मेथी का दाना’। वही इसमें आप एक गिलास पानी में एक चम्मच मेथी के दानें रात भर भिगोएं। अगली सुबह पानी को छानकर पी जाए।
  • पीरियड शुरू होने से कम से कम 3 से 5 दिन पहले से चीनी की जगह पर ‘गुड़’ को अपने आहार में शामिल करें। 
  • ‘एलोवेरा’ किसी भी महिला के लिए बहुत उपयोगी है। इसका इस्‍तेमाल करके हम पीरियड्स में होने वाली ऐंठन से राहत पा सकते है। इसके लिए आपको सुबह खाली पेट एलोवेरा का एक गिलास रस पीना है।
  • ‘तिल का तेल’ भी पीरियड के दर्द को कम करता है बस इसको आप गर्म करके हल्के हाथ से अपने पेट के ऊपर मालिश करें। 
  • ‘कचुर’ को पीरियड्स के दर्द को कम करने की काफी अच्छी औषधि मानी जाती है।
  • ‘भूटाकेसी’ जोकि पीरियड्स में होने वाले दर्द को दूर करने के लिए उपयोग किया जाता है।

यदि आप “कचुर या भूटाकेसी” जैसे आयुर्वेदिक औषधि लेना चाहते है, तो इसके लिए आप बेस्ट आयुर्वेदिक क्लिनिक का चयन करें।

सुझाव :

माहवारी के दिनों में महिलाओं को अपना खास ध्यान रखना चाहिए और साथ ही इसके दर्द से हम कैसे निजात पा सकते है इसके बारे में जानने के लिए आप संजीवनी आयुर्वेदशाला क्लिनिक का चयन कर सकते है। 

निष्कर्ष :

पीरियड्स के दौरान पेट का दर्द बहुत ही दर्दनाक मंजर होता है महिलाओं के लिए इसलिए इस दौरान होने वाले दर्द से खुद का बचाव करने के लिए आपको उपरोक्त बातों का खास ध्यान रखना चाहिए।